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करदाताओं के लिए बड़ी खुशखबरी: 20 लाख की कमाई पर कितना होगा टैक्स?

20 लाख पर कितना होगा टैक्स

करदाताओंके लिए बड़ी खुशखबरी: 20 lakh की कमाई पर कितना होगा टैक्स?

भारत में आयकर प्रणाली में लगातार बदलाव होते रहते हैं, जो करदाताओं के लिए कभी खुशी तो कभी चिंता का कारण बनते हैं। इसी बीच, वित्त मंत्रालय ने हाल ही में 20 lakh रुपये तक की कमाई पर टैक्स दरों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण अपडेट्स जारी किए हैं। अगर आपकी वार्षिक आय 20 lakh रुपये तक है या आप इस स्तर तक पहुंचने वाले हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है। आइए जानते हैं कि 20 lakh रुपये की कमाई पर कितना टैक्स लगेगा और इसके लिए कौन-कौन सी टैक्स श्रेणियां लागू होती हैं।

1. आयकर स्लैब क्या है?
भारत में आयकर का निर्धारण मुख्य रूप से आयकर स्लैब के आधार पर किया जाता है। हर आय वर्ग को एक विशेष टैक्स दर निर्धारित की जाती है। यदि आपकी आय 20 lakh रुपये तक है, तो यह आयकर स्लैब के अंतर्गत आता है। वर्ष 2023-24 के बजट के तहत आयकर प्रणाली में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जो करदाताओं को राहत देने के लिए हैं।

2. नई टैक्स प्रणाली और पुरानी टैक्स प्रणाली में अंतर
वर्तमान में भारत में दो प्रकार की टैक्स प्रणालियाँ उपलब्ध हैं:

– नई टैक्स प्रणाली (New Regime Tax System): इस प्रणाली में कोई भी छूट या deductions नहीं मिलते हैं, लेकिन टैक्स स्लैब को सरल और कम किया गया है।

– पुरानी टैक्स प्रणाली (Old Regime Tax System): इस प्रणाली में आप विभिन्न छूट, deductions (जैसे कि 80C, 80D आदि) का लाभ उठा सकते हैं, लेकिन टैक्स स्लैब थोड़े ऊंचे हैं।

3. 20 lakh रुपये की आय पर टैक्स दरें (New Regime)
अगर आप नई टैक्स प्रणाली को अपनाते हैं, तो 20 lakh रुपये की आय पर निम्नलिखित टैक्स दरें लागू होती हैं:

| आय की सीमा (₹) | टैक्स दर (%) |
|————————-|—————–|
| 0 – 2.5 लाख | कोई टैक्स नहीं |
| 2.5 लाख – 5 लाख | 5% |
| 5 लाख – 10 लाख | 20% |
| 10 लाख और उससे ऊपर | 30% |

20 lakh रुपये की आय पर यदि आप नई प्रणाली अपनाते हैं, तो आपको टैक्स का निर्धारण इस प्रकार होगा:

1. पहले 2.5 लाख रुपये पर कोई टैक्स नहीं होगा।
2. अगले 2.5 लाख रुपये (2.5 लाख से 5 लाख तक) पर 5% टैक्स लगेगा = ₹12,500
3. अगले 5 लाख रुपये (5 लाख से 10 लाख तक) पर 20% टैक्स लगेगा = ₹1,00,000
4. आखिरी 10 लाख रुपये (10 लाख से 20 lakh तक) पर 30% टैक्स लगेगा = ₹3,00,000

तो, 20 lakh रुपये की आय पर कुल टैक्स = ₹12,500 + ₹1,00,000 + ₹3,00,000 = ₹4,12,500

इसके अतिरिक्त, 20 lakh रुपये की आय पर आपको 1% स्वास्थ्य और शिक्षा उपकर (Cess) भी देना होगा। यानी कुल टैक्स में 4,12,500 रुपये के ऊपर 1% Cess जोड़ा जाएगा। यह Cess ₹4,125 के बराबर होगा।

तो, कुल टैक्स 20 lakh रुपये की आय पर = ₹4,12,500 + ₹4,125 = ₹4,16,625

4. पुरानी टैक्स प्रणाली में टैक्स
पुरानी टैक्स प्रणाली में छूट और deductions का लाभ लिया जा सकता है, जैसे कि पीएफ, जीवन बीमा, होम लोन पर ब्याज आदि। यदि आप इन लाभों का सही तरीके से उपयोग करते हैं, तो आपको कम टैक्स देना पड़ सकता है। यदि आपने 80C, 80D जैसी छूटों का सही तरीके से उपयोग किया है, तो आपकी टैक्स देनदारी कम हो सकती है।

5. आयकर रिटर्न भरते समय ध्यान रखें ये बातें
– दस्तावेज़ तैयार रखें: यदि आप पुरानी टैक्स प्रणाली का चयन करते हैं, तो सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ जैसे कि पीएफ, जीवन बीमा, होम लोन आदि के प्रमाणपत्र तैयार रखें।

– सही टैक्स स्लैब का चयन करें: नई या पुरानी प्रणाली में से किसे चुनना है, यह आपकी आय और deductions पर निर्भर करता है। दोनों प्रणालियों में से सबसे फायदेमंद विकल्प का चयन करें।

– टैक्स पेमेंट सही समय पर करें: आयकर रिटर्न भरने की आखिरी तारीख को न छोड़ें। समय पर टैक्स का भुगतान करने से आप जुर्माने से बच सकते हैं।

6. क्या सरकार टैक्स दरों में कोई बदलाव करेगी?
भारत सरकार टैक्स दरों में बदलाव के लिए समय-समय पर नए उपायों पर विचार करती रहती है। भविष्य में यदि कोई बदलाव आता है, तो सरकार आमतौर पर बजट सत्र के दौरान इसकी घोषणा करती है। ऐसे में करदाताओं को ध्यानपूर्वक बजट की घोषणाओं का पालन करना चाहिए।

20 lakh रुपये की वार्षिक आय पर टैक्स की दरें समझने के बाद आप सही तरीके से अपनी टैक्स योजना बना सकते हैं। यदि आप नई टैक्स प्रणाली का चयन करते हैं, तो टैक्स की गणना सरल होगी, लेकिन अगर आप पुरानी टैक्स प्रणाली को अपनाते हैं, तो आपको छूट और deductions का लाभ मिलेगा। अपनी टैक्स देनदारी को कम करने के लिए सही विकल्प का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण है।

इस जानकारी के साथ, अब आप अपने कर भुगतान की योजना बेहतर तरीके से बना सकते हैं और टैक्स बचत के अवसरों का लाभ उठा सकते हैं।

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