कोलकाता/हारिंगहाटा (नदिया) में प्रोफेसर और छात्र की कथित शादी Shadi: एक विवादास्पद वीडियो Video पर विस्तार से चर्चा
हाल ही में, बंगाल के एक सरकारी विश्वविद्यालय की एक प्रोफेसर के एक वीडियो Video ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। इस वीडियो Video में प्रोफेसर Payal Banerjee, जो मौलाना अबुल कलाम आजाद विश्वविद्यालय (MAKAUT) में एपीलाईड साइकोलॉजी की पूर्व प्रमुख हैं, एक कक्षा में अपने एक प्रथम वर्ष के छात्र के साथ कथित रूप से शादी Shadi करती हुई दिखाई दे रही हैं। इस वीडियो Video ने न केवल शिक्षा जगत में बल्कि समाज में भी कई सवाल उठाए हैं। आइए इस घटना को समझते हैं और इस विवाद के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हैं।
घटना का विवरण
वीडियो Video में प्रोफेसर Payal Banerjee को एक दुल्हन के रूप में सजा-धजा देखा जा सकता है, जबकि छात्र ग्रीन स्वेटशर्ट में दिखाई दे रहा है। दोनों शादी Shadi के रस्में निभाते हुए दिखाए जाते हैं, जबकि अन्य शिक्षक, कर्मचारी और छात्र उन्हें उत्साहित होकर सराहते हैं और सेल्फी लेते हैं। इस घटना में एक ई-इनवाइट भी था, जिसमें हल्दी समारोह 9 जनवरी को, और मेहंदी और संगीत समारोह 14 जनवरी को सूचीबद्ध किए गए थे।
यह वीडियो Video 28 जनवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जबकि इसका वास्तविक प्रसारण 16 जनवरी को हुआ था। इस वायरल वीडियो Video ने कॉलेज प्रशासन को चौंका दिया और उन्हें प्रोफेसर के खिलाफ जांच शुरू करने का आदेश देना पड़ा, साथ ही प्रोफेसर को अवकाश पर भेजा गया।
प्रोफेसर Payal Banerjee का बयान
Payal Banerjee ने इस वीडियो Video के प्रसार पर प्रतिक्रिया दी और इसे अपनी छवि को नष्ट करने का प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि यह वीडियो Video बिना किसी संदर्भ के सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है, जो पूरी घटना का सही संदर्भ नहीं प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक “ईर्ष्यालु सहकर्मी” ने जानबूझकर इस वीडियो Video को बिना किसी संदर्भ के जारी किया है ताकि उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचे।
Banerjee ने यह भी कहा कि यह कोई वास्तविक शादी Shadi नहीं थी, बल्कि यह एक स्वागत समारोह का हिस्सा था, जिसमें एक “वेडिंग ड्रामा” को प्रस्तुत किया गया था। उनका कहना था कि छात्रों ने उन्हें इस ड्रामा में मुख्य भूमिका निभाने के लिए कहा था और उन्होंने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि अन्य शिक्षक और कर्मचारी इस कार्यक्रम को जानते थे और इसे मंजूरी दी थी।
वीडियो Video को लेकर विवाद
इस घटना ने न केवल शिक्षा जगत में बल्कि समाज में भी कई सवाल उठाए हैं। सबसे पहले, यह सवाल उठता है कि क्या एक शिक्षक को छात्र के साथ इस प्रकार के “वेडिंग ड्रामा” का हिस्सा बनना चाहिए, विशेष रूप से तब जब छात्र कानूनी रूप से शादी Shadi की उम्र तक नहीं पहुंचे हैं। कुछ वरिष्ठ शिक्षकों ने इसे गंभीरता से लिया और सवाल उठाया कि एक अनुभवी प्रोफेसर को इस प्रकार के सार्वजनिक ड्रामा में भाग लेने की आवश्यकता क्यों पड़ी, जबकि छात्र-छात्राओं के लिए अन्य शैक्षिक गतिविधियाँ और परीक्षा का समय भी निकट था।
कुछ छात्रों ने इसे ‘साइकोड्रामा’ (Psychodrama) के रूप में सही ठहराया, जो एक मनोवैज्ञानिक तकनीक है, जिसका उद्देश्य लोगों को उनके जीवन के बारे में समझने में मदद करना है। छात्रों का कहना था कि यह एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक खेल था, जो किसी भी प्रकार की वास्तविक शादी Shadi से संबंधित नहीं था।
विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया
मौलाना अबुल कलाम आजाद विश्वविद्यालय ने इस घटना के बाद जांच समिति का गठन किया है। विश्वविद्यालय के अंतरिम उपकुलपति, तपस चक्रबर्ती ने कहा कि एक पैनल जिसमें पांच सदस्य होंगे, इस मामले की जांच करेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह बात हैरान करने वाली है कि इस घटना का वीडियो Video 16 जनवरी को हुआ था, और यह 28 जनवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
प्रोफेसर की अपील
प्रोफेसर Payal Banerjee ने इस वीडियो Video के प्रसार के खिलाफ अपील की है और लोगों से निवेदन किया है कि वे इस वीडियो Video को साझा न करें। उन्होंने कहा कि यह पूरी घटना एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा थी, और इस वीडियो Video को केवल एक हिस्से के रूप में प्रसारित किया गया है, जिससे उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, “मैं हमेशा एक शिक्षिका रही हूं, और मुझे इस घटना से कोई व्यक्तिगत डर नहीं है। मैं कानूनी कदम उठाने जा रही हूं।”
FAQ (Frequently Asked Questions)
1. क्या यह वीडियो Video एक असली शादी Shadi को दिखाता है?
नहीं, यह वीडियो Video एक “वेडिंग ड्रामा” का हिस्सा था, जो एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा था। यह कोई वास्तविक शादी Shadi नहीं थी।
2. प्रोफेसर ने इस कार्यक्रम में भाग क्यों लिया?
प्रोफेसर Payal Banerjee ने छात्रों की मांग पर इस कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम फ्रेशर्स’ वेलकम इवेंट का हिस्सा था, और वे छात्रों द्वारा किए गए स्क्रिप्टेड ड्रामा का हिस्सा थीं।
3. क्या विश्वविद्यालय ने इस मामले की जांच शुरू की है?
हां, विश्वविद्यालय ने इस मामले की जांच के लिए एक पैनल का गठन किया है और प्रोफेसर को अवकाश पर भेजा है।
4. क्या यह वीडियो Video छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है?
कुछ छात्रों और शिक्षक का मानना है कि इस वीडियो Video के प्रसार से छात्रों को मानसिक तनाव हो सकता है। प्रोफेसर Banerjee ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है।
5. क्या प्रोफेसर इस वीडियो Video के प्रसार को लेकर कानूनी कार्रवाई करेंगी?
हां, प्रोफेसर Payal Banerjee ने कहा है कि वे इस वीडियो Video को प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगी।
यह घटना एक गंभीर विवाद का कारण बन चुकी है, जिसने न केवल विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को प्रभावित किया है, बल्कि समाज में इस प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रमों की आवश्यकता और शैक्षिक दृष्टिकोण पर भी सवाल उठाए हैं। प्रोफेसर Payal Banerjee के बचाव में कुछ छात्र और शिक्षक खड़े हैं, जबकि कई अन्य इस घटना को गंभीरता से लेते हुए इसका विरोध कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही जांच से यह उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले का निष्पक्ष हल निकाला जाएगा।
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Disclaimer:
यह लेख उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है और इसका उद्देश्य केवल सूचना प्रदान करना है। लेख में व्यक्त की गई विचारों और घटनाओं का उद्देश्य किसी व्यक्ति या संस्था की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाना नहीं है।